इस बार टोक्यो ओलंपिक की शुरुआत 23 जुलाई से होने जा रही है। सभी देशों ने पदक हासिल करने के लिए अपने–अपने खिलाड़ियों को तैयार कर दिया है और अब टोक्यो में भेजने को तैयार हैं। बता दें कि इस बार ओलंपिक में 33 खेल आयोजित होने हैं और इन खेलों में 339 इवेंट्स कराए जाएंगे। खास बात ये है कि टोक्यो ओलंपिक 17 दिनों तक चलेगा जिसे 42 अलग–अलग जगहों पर खेलों के हिसाब से आयोजित कराया जाएगा। हालांकि जानते हैं कि भारत ओलंपिक के किस खेल का महारथी है। साथ ही जानते हैं कि अन्य देश किन खेलों में परफेक्ट हैं।
1. वेटलिफ्टिंग
साल 1896 से ही वेटलिफ्टिंग ओलंपिक खेलों का हिस्सा रहा है। भारत को इस खेल में एकमात्र ब्रॉन्ज़ मेडल कर्णम माहेश्वरी ने साल 2000 के ओलंपिक में जीता था।। इस बार भारत की ओर से पूर्व वर्ल्ड चैंपियन मीराबाई चानू इस खेल का प्रतिनिधित्व करेंगी। वहीं मौजूदा हालात की बात करें तो चीन ने वेटलिफ्टिंग के खेल पर अपना कब्जा कर रखा है। बता दें कि इस खेल में साल 1984 से पहले रूस महारथी था, अब चीन इस खेल का परफेक्शनिस्ट है। साल 2000 के बाद से चीन ने इस खेल में हर ओलंपिक में करीब 5 गोल्ड मेडल तो जीते ही हैं।
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2. घुड़सवारी
20 साल के काफी लंबे समय के बाद इस बार भारत से घुड़सवारी के लिए एक प्रतिभागी को भेजा जाएगा। फवाद मिर्जा ने ऐतिहासिक कोटा लगा कर टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल किया है। हालांकि इस खेल के पावर हाउस होने का श्रेय जर्मनी को जाता है पर इंडिया इस साल घुड़सवारी के पदक पर भी नजरें टिकाए है।
3. बाॅक्सिंग
नाॅर्थ अमेरिका का देश क्यूबा को इस खेल में पावर हाउस माना जाता है। साल 1972 से लेकर क्यूबा ने अब तक इस खेल में 32 गोल्ड मेडल हासिल किए हैं। बता दें कि क्यूबा की सरकार इस खेल पर काफी ज्यादा फोकस करती है और युवाओं को इस खेल के लिए प्रेरित भी करती है। वहां पर कम उम्र से ही इस खेल की ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया जाता है।
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4. हाॅकी
बता दें कि ओलंपिक में हाॅकी भी एक खेल है। इस खेल पर साल 1928 से लेकर 1980 तक भारत का ही दबदबा रहा है। इस खेल में इतने सालों तक भारत को टक्कर देने के लिए कोई भी देश काबिल नहीं था। हालांकि अब हालात अलग हैं। वर्तमान की बात करें तो इस वक्त भारत का ओलंंपिक के किसी खेल पर दबदबा तो नहीं है, भले ही भारत को अब तक कई खेलों में पदक हासिल हुए हों।
ऋषभ वर्मा