टोक्यो ओलंपिक में हर उम्र, वर्ग, वातावरण व देश के लोग आते हैं। ओलंपिक को खेलों का महाकुंभ ऐसे ही नहीं कहा जाता है। ऐसे में इस साल कुछ ऐसे खिलाड़ियों ने ओलंपिक में भाग लिया है जिनकी उम्र 13 साल रही तो कुछ ऐसे भी प्रतिभागी रहे जिनकी उम्र 58 साल रही।
तो चलिए जानते हैं टोक्यो ओलंपिक में उन खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने गोल्ड हासिल कर साबित किया की उम्र महज नंबर है और इसका काबिलियत से लेना देना नहीं है।
1-जावेद फोरोगी
ईरान के निशानेबाज जावेद फोरोगी ने इस बार ओलंपिक में तो हिस्सा लिया ही साथ ही लोगों की कोरोना से जान भी बचाई है। काफी समय तक जनसेवा करने के बाद ओलंपिक में जब वे पहुंचे तो यहां भी उन्होंने एक नया इतिहास रच डाला। 10 मीटर एयर पिस्टल में उन्होंने बीते हफ्ते गोल्ड जीता था। वे 41 साल के सबसे अधिक उम्र वाले नए ओलंपिक चैंपियन बन गए।
2-ल्यू शियाओजुन
वेटलिफ्टिंग की खिलाड़ी ल्यू शियाओजुन 37 साल की हैं और उन्होंने इस बार गोल्ड जीता है। वे वेटलिफ्टिंग में ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली सबसे ज्यादा उम्र की खिलाड़ी बन गई हैं। उन्होंने 81 किलो वर्ग में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इन्होंने स्नैच में 170, क्लीन एंड जर्क में 204 यानी कि कुल 374 किलो वजन उठा कर ये इतिहास रचा है।
3-मोमिजी निशिया
ये स्केटबोर्ड खिलाड़ी महज 13 साल की ही है और उन्होंने ओलंपिक में सबसे कम उम्र में स्वर्ण पदक जीतने का रिकॉर्ड बनाया है। इन्होंने ब्राजील की प्रतिद्वंदी रेयस्सा लील को हरा कर ये उपलब्धि हासिल की थी और खास बात तो ये है कि ये भी 13 साल की ही थीं। लील को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा।
4-अब्दुल्ला अल–रशीदी
कुवैत के अब्दुल्ला ने बीते हफ्ते देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। उन्होंने ये मेडल 58 साल की उम्र में जीता है। खिलाड़ी इस उम्र में गेम से रिटायर ले लेते हैं जिस उम्र में उन्होंने देश को पदक दिलाया है। इन्होंने 54 साल की उम्र में भी निशानेबाजी में ब्रॉन्ज जीता था।
ऋषभ वर्मा