विधानसभा चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री से संबंधित इस मामले में 5.6 करोड़ की संपत्ति अटैच की है।#बड़ा खुलासा: कुछ इस तरह से डेरा की चेयरपर्सन विपासना ने खोले हनीप्रीत का असली राज..
अब तक इस मामले कुल चालीस करोड़ की संपत्ति ईडी अटैच कर चुकी है। ईडी ने वीरभद्र सिंह पर की कार्रवाई का ट्वीट भी किया है। अब चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री की और संपत्ति अटैच होने से सियासी हलचल तेज होगी।
इसका बाजार मूल्य 27.29 करोड़ रुपये है। हालांकि फार्म हाउस की खरीद पर 1.20 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, जिसका भुगतान दो चैकों के माध्यम से किया गया है। जांच में ईडी को पता चला कि इसके रजिस्ट्री में अंकित राशि के अलावा 5.41 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया गया है।
ये धनराशि जलविद्युत परियोजना निर्माण करने वाले कंपनी, जिसके निदेशक वाकामुल्ला चंद्रशेखर ने दी है। वाकामुल्ला ने कुल 5.90 करोड़ रुपये का भुगतान सीएम और उनके परिवार को किया है।
मार्च में दक्षिणी दिल्ली में महरौली के पास डेरा मंडी इलाके में यह संपत्ति कुर्क की थी। 4 सितंबर को ईडी ने अर्जित संपत्तियों की कुर्की के लिए फैसले पर विशेष अदालत में गई थी। विशेष अदालत ने ईडी के उस आदेश की पुष्टि की है, जिसमें वीरभद्र के फार्म हाउस की कुर्की की बात है।