
डीजीपी मुख्यालय के अलावा प्रमोशन पा कर एडीजी बने आठ अधिकारियों को भी समायोजित करना आसान नहीं होगा क्योंकि प्रदेश में एडीजी के पद अधिक हो गए हैं। फिलहाल प्रदेश में एडीजी रैंक के अधिकारियों के लिए कुल 22 पद हैं। इस रैंक के कुल 40 अधिकारी उपलब्ध हैं। सभी जोन में एडीजी तैनात करने के बाद भी 29 एडीजी ही समायोजित हो सकते हैं।
कई पद ऐसे हैं जहां डीजी रैंक के अफसर तैनात हैं। ऐसे में एडीजी रैंक पर प्रमोट हुए अफसरों को काम बांटना आसान नहीं होगा। वहीं, आईजी के पद पर अधिकारियों की कमी है। प्रमोशन के बाद पांच आईजी की कमी बनी रहेगी क्योंकि आठ आईजी एडीजी बन गए लेकिन आईजी के पद पर तीन ही डीआईजी प्रमोट हुए हैं।
जिन सात अधिकारियों का प्रमोशन हो चुका है और उनके स्थान पर दूसरे अधिकारी भेजे जाने हैं उसमें वाराणसी के एडीजी/डीजी जोन विश्वजीत महापात्रा, मिर्जापुर रेंज के आईजी/एडीजी प्रेम प्रकाश, गोरखपुर रेंज के डीआईजी/आईजी निलाब्जा चौधरी, एसटीएफ में तैनात डीआईजी/आईजी लक्ष्मी सिंह, नोएडा के एसएसपी/डीआईजी लव कुमार, मुरादाबाद के एसएसपी/डीआईजी प्रीतिंदर सिंह और बदायूं के एसएसपी/डीआईजी चंद्र प्रकाश द्वितीय शामिल हैं।
इसके अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आए दो अधिकारियों को अपनी नई तैनाती का इंतजार है। इसमें एडीजी पीवी रमाशास्त्री और आईजी डीके ठाकुर शामिल हैं।
मकर संक्रांति के बाद ट्रांसफर के आसार
डीजीपी मुख्यालय के सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में 15 जनवरी के बाद ही ट्रांसफर होंगे। नए डीजीपी बुधवार को जॅाइन करेंगे और 5 जनवरी को मध्य प्रदेश में होने वाले डीजी सम्मेलन में शामिल होने जाएंगे। 6 से 8 जनवरी तक होने वाली इस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ एडीजी यूपी- 100 आदित्य मिश्रा और एडीजी पीएसी राज कुमार विश्वकर्मा भी जाएंगे। वहां से वह 9 जनवरी को वापस आएंगे। 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व है। उसके बाद ही किसी फेरबदल की संभावना जताई जा रही है।