टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने कुंबले विवाद को लेकर पहली बार बहुत बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि जिस तरह से कुंबले को कोच पद से इस्तीफा देना पड़ा वो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण था। हालांकि द्रविड़ का ये भी मानना है कि सार्वजनिक तौर पर उनसे संबंधित ये सारी चीजें बाहर नहीं आनी चाहिए थीं।
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गौरतलब है कि बैंगलोर लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान पत्रकारों से बातचीत में द्रविड़ ने कहा, ‘ जिस तरह से पूरा मुद्दा मीडिया में उछला वो अनिल कुंबले के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि उन्होंने कहा कि स्च्चाई क्या है यह मुझे नहीं मालूम इसलिए प्रत्यक्ष रुप से मैं कुछ टिप्पणी नहीं कर सकता। मगर अनिल कुंबले जैसे दिग्गज खिलाड़ी के लिए निश्चित ही ये बहुत ही अपमानजनक था।
भारत ए और अंडर 19 टीम के कोच द्रविड़ ने कहा कि कुंबले अपने जमाने के बहुत बड़े खिलाड़ी थे। भारत की टेस्ट मैचों में जीत में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। द्रविड़ ने कहा कि एक साल तक उन्होंने टीम की कोचिंग भी काफी अच्छे तरीके से की। इसलिए इस मुद्दे का इस तरह सार्वजनिक करना ठीक नहीं था।
मालूम हो कि चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के बाद अनिल कुंबले ने कोच पद से इस्तीफा दे दिया था। कहा जा रहा है कि उनके और कप्तान विराट कोहली के बीच रिश्तों में कुछ खटास आ गई थी। टीम चयन हो या फिर मैच की रणनीति कुंबले और कोहली के बीच एकमत नहीं था। इसलिए अनिल कुंबले ने खुद ही कोच पद से इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने कहा कि कुंबले की कोचिंग में टीम इंडिया ने एक साल में कई अहम सीरीज जीती और चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल तक का सफर तय किया। हालांकि तब तक बात इतनी बढ़ चुकी थी कि कुंबले को खुद ही इस्तीफा देना पड़ा। कुंबले के इस्तीफा देने के बाद रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच बनाया गया। कहा यह भी जा रहा है कि रवि शास्त्री को कोहली का पूरा समर्थन हासिल था।