भगवान हनुमान को चिरंजीवी होने का वरदान मिला हुआ है और ऐसी मान्यता है कि वे आज भी इस पृथ्वी पर जीवित हैं। हिमालय के जंगलों मे आज भी वे रहते हैं। लोग ये भी मानते हैं कि अपने भक्तों की सहायता करने के लिए आते हैं, लेकिन किसी को आँखो से दिखाई नहीं देते। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा मंत्र है जिसको जपने से बजरंगबली साक्षात प्रगट हो जाते हैं।
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कालतंतु कारेचरन्ति एनर मरिष्णु,निर्मुक्तेर कालेत्वम अमरिष्णु। यही वह मंत्र जिसका जाप करने से हनुमान जी प्रगट होते हैं।
हनुमानजी के दर्शन पाने के लिए यह मंत्र तभी काम करता है जब इन दो शर्तो को पूरा किया जाए।
पहली शर्त यह है कि भक्त को अपनी आत्मा को हनुमानजी के साथ संबंध का पता होना चाहिए। तभी यह मंत्र कारगर होता है। यानी अगर आप निस्वार्थ भाव से मंत्र जप रहे हैं औऱ साथ ही उस दिन आपने कोई गलत काम न किया हो।
जबकि दूसरी शर्त यह कि जब भी इस मंत्र का जाप किया जाए तो उस जगह के 980 मीटर के दायरे में कोई भी ऐसा मनुष्य न हो।
हिन्दू ग्रंथो के अनुसार खुद हनुमान जी ने पिदुरु पर्वत के जंगलों में रहने वाले कुछ आदिवासियों को ये मंत्र दिया था। उस समय पिदुरु पर्वत में रहने वाले मतंग आदिवासियों नें हनुमानजी की सेवा की थी।