संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की प्रस्तावित रिलीज डेट नजदीक आते ही विवाद चरम पर पहुंचता जा रहा है. सिनेमाघर जलाने, जान से मारने और हिंसा फैलाने की धमकी दी जा रही है. मेरठ में एक राजपूत नेता ने भंसाली के खिलाफ फरमान जारी किया. सिर काट कर लाने वाले को पांच करोड़ इनाम देने की घोषणा की गई है. फिल्म में रानी पद्मिनी का किरदार निभा रही अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को भी शूर्पणखा की तरह नाक काट लेने की धमकी मिली है. 1 दिसंबर को फिल्म की रिलीज पर असमंजस की स्थिति है. हम फिल्म के बारे में चार अफवाहों की जानकारी देते हैं. पूरे विवाद में इनका सच जानने में जरूर आपकी दिलचस्पी होगी.
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1. दुबई का लगा है पैसा : फिल्म की फंडिंग पर भी सवाल उठ रहे हैं. बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने फिल्म की फंडिग पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘क्या दूसरे प्रोड्यूसर्स को रामायण का नया वर्जन बनाने के लिए दुबई से पैसा आता है, जिसमें सीता को रावण के छींक से जन्मीं दिखाया जाता है. किसी रानी को अर्धनग्न कपड़ों और डांस करते हुए दिखाना सही नहीं है. दुबई से जो पैसा फिल्मों में लगाते हैं वो चाहते हैं कि हमारी फिल्मों में मुस्लिम शासकों को दयालु दिखाया जाए और हिंदू रानियों को उनसे प्यार में पड़ने के लिए उत्सुक दिखाया जाए.’ हालांकि सच्चाई दूसरी है. फिल्म का कुल बजट करीब 180 करोड़ रुपये है. इसमें से करीब 75 करोड़ रुपया वायाकॉम 18 ने लगाया है. बाकी बैंक लोन से है. ये भारतीय कंपनी है और इसका मुख्यालय मुंबई में मौजूद है.
#2. खिलजी-पद्मिनी में है अंतरंग सीन – फिल्म से जुड़ी सबसे बड़ी अफवाह है ये. करणी सेना के चीफ लोकेंद्र सिंह ने रणवीर सिंह के एक पुराने बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘रणवीर कह चुके हैं कि दीपिका के साथ अगर कोई अंतरंग सीन है तो मैं विलेन नहीं उससे भी नीचे का रोल कर लूंगा. रणवीर, दीपिका पादुकोण दिखाते रहे अंतरंग दृश्य, पर अलाउद्दीन खिलजी और पद्मावती को हम नहीं दिखाने देंगे.’ दीपिका और रणवीर एक-दूसरे के रिलेशनशिप्स में भी हैं. लेकिन सच्चाई ये नहीं है. मेकर्स ने इसे खारिज किया है. हाल ही में भंसाली ने एक वीडियो जारी कर खिलजी-पद्मिनी के किसी अंतरंग सीन की बात को सिरे से खारिज किया है.
#3. रानी को हासिल करने के लिए खिलजी ने किया था हमला : कहा जा रहा है कि रानी पद्मावती को हासिल करने के लिए अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ पर हमला किया था. इसकी अलग-अलग व्याख्याएं हैं. जवाहर लाल नेहरू की किताब ‘डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया’ में खिलजी से जुड़े इस प्रसंग की व्याख्या अलग तरह से है. इसके मुताबिक़ राजा रतन सिंह का एक तांत्रिक दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी को चित्तौड़ पर हमला करने की सलाह देता है. दरअसल, रतन सिंह ने तांत्रिक को अपने राज्य से बाहर निकाल दिया था. जब तांत्रिक हमले के लिए राजा की खूबसूरत पत्नी का लालच देता है तो खिलजी कहता है – मेरे हरम में 16000 पत्नियां हैं तो मैं युद्ध के लिए हमला क्यों करूं. इस जवाब के बाद तांत्रिक खिलजी को उकसाने के लिए दूसरी वजह बताता है.
#4. ऐतिहासिक कहानी बताकर फिल्म बना रहे हैं भंसाली: दावा है कि फिल्म की कहानी ऐतिहासिक किरदारों को केंद्र में रखकर तैयार की गई है. हालांकि कुछ लोगों ने पद्मिनी के ऐतिहासिक वजूद को खारिज किया है. यह विवाद का विषय है. कहा यह भी जा रहा है कि मालिक मोहम्मद जायसी ने पहली बार पद्मावती में खिलजी के चरित्र को लेकर पद्मिनी की ऐतिहासिक कल्पना की. वैसे सेंसर बोर्ड को मेकर्स की ओर से जो डॉक्युमेंट भेजे गए हैं उसमें इस बात को साफ़ नहीं किया गया है कि यह कहानी ऐतिहासिक है या फिक्शन. उन्होंने आवेदन में इस कैटेगरी को खाली छोड़ दिया है. सेंसर चीफ प्रसून जोशी ने खुद इंडिया टुडे को इस बात की जानकारी दी है.