जगदलपुर। बीजापुर जिला के मरी नदी के किनारे केतुलनार की गुड़ी में रखे बामनदेव की प्रतिमा चार बार चोरी हो चुकी है। हर बार दो – तीन दिनों के बाद चोर इसे गुड़ी के बाहर फेंक जाता है। ग्रामीणों का मानना है कि देव ले जाने वाले को परेशान करते हैं इसलिए मूर्ति उठाने वाला खुद इसे चुपचाप छोड़ जाता है।इस लड़की का डांस देख कर आप भी हो जाओगे मदहोश.. देखे पूरा विडियो अकेले में
संभागीय मुख्यालय से करीब 112 किमी दूर भैरमगढ़ ब्लाक के ग्राम केतुलनार में मरी नदी से निकाली गई 15 मूर्तियां हैं, जिन्हे ग्रामीणों ने श्रमदान से बनाए गुड़ी में सहेजा है। बिना धड़ वाली सोलहवीं मूर्ति को ग्रामीण बामन देव कहते हैं। करीब 12 सेमी लंबे इस देव सिर को गुड़ी में बामनीनदेव (भैरव प्रतिमा) के पास रखा गया है।
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यहां के गोविन्द नाग, भारत, पाण्डू, बलराम, सुखराम ने बताया कि बीते 10 साल में बामन देव की चार बार चोरी हो चुकी है। चोरी के दो- चार दिन बाद बामनदेव का सिर गुड़ी के बाहर मिलता है। ग्रामीणों का मानना है कि जो भी व्यक्ति इसे अपने साथ ले गया उसके साथ जरूर कोई अनिष्ट हुआ होगा, इसलिए वह परेशान होकर बामन देव को गुड़ी के बाहर फेंक गया होगा।
बामनदेव का बार-बार गुड़ी में लौटना कौतुहल पैदा करता है। पुरातत्व विभाग के उप संचालक जेआर भगत बताते हैं कि ब्लेक ग्रेनाइट में उकेरी गई इस प्रतिमा का धड़ गायब है इसलिए यह बता पाना मुश्किल है कि यह किस देव का सिर है।