शाहरुख खान की फिल्म ‘Zero’ का Teaser रिलीज हो चूका है और इसे जमकर देखा भी गया है. आनंद एल. राय निर्देशित इस फिल्म में शाहरुख खान बौने के रोल में हैं और फिल्म में वीएफएक्स का खूब इस्तेमाल किया गया है. लेकिन फिल्म का टीजर देखकर जो एक बात समझ में आती है, वह यह कि बॉलीवुड के स्टार अपनी स्टार पॉवर को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. उनमे अपने अंदर के आर्टिस्ट को बाहर निकालने की तड़प है और वे कुछ हटकर करना चाहते हैं, कुछ ऐसा ही Zero के टीजर में नजर आया.राजनीति में रजनीकांत: ‘Rajini Mandram’ से जुड़ें और पाएं सुपरस्टार के सारे अपडेट….
अगर बौने की जिंदगी और मुश्किलों को समझना है तो 1989 में रिलीज हुई कमल हासन की ‘अप्पू राजा’ बेहतरीन फिल्म है. उस समय इस तरह के ग्राफिक्स नहीं थे, और कमल हासन ने कई सीन तो अपने घुटनों पर चलकर फिल्माए थे. शाहरुख खान जिस तरह नजर आ रहे हैं, उससे साफ लग रहा है कि ये सिर्फ ग्राफिक्स का कमाल है,
बाकी कुछ नहीं. अगर इस तरह के ग्राफिक्स के साथ शाहरुख खान आ रहे हैं तो उन्हें होशियार हो जाना चाहिए क्योंकि बौने इंसान को लेकर पिक्चर बनाना संवेदनशील मामला है. अगर टीजर जैसी ही फिल्म रही तो यह सिर्फ एक सस्ती कॉमेडी बनकर ही रह जाएगी, और एक बार फिर शाहरुख खान केवल हाथ मलते नजर आएंगे. हमारी आने वाली ख़बरों में हम आपको बताएँगे कि ग्राफ़िक्स के झोल के कारण कहाँ हुई इस फिल्म में गड़बड़.