युवराज सिंह का चयन भारतीय टीम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में नहीं हुआ हो. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ युवराज सिंह वनडे क्रिकेट में हमेशा कमाल का परफॉर्मेंस करते आए हैं. यही कारण है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक युवराज सिंह ने वनडे क्रिकेट में 41 मैच की 37 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 981 रन बनाए हैं. युवराज सिंह ने वर्ल्ड कप 2011 में भारत के लिए विजयी चौका जमाकर भारत को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया था. युवी ने अपने ऑलराउंड खेल का शानदार नमूना पेश किया.पहले गेंदबाजी से 2 अहम विकेट चटकाए थे और साथ ही ऐन मौके पर अर्धशतकीय पारी खेलकर भारत को जीत दिलाई थी.अभी अभी: इस खिलाड़ी ने दिया बड़ा बयान, कहा- पहले वन-डे में कौन करेगा उनके साथ ओपनिंग
वर्ल्ड कप 2011 –
साल 2011 में युवराज सिंह शानदार फॉर्म में थे. यही कारण था कि वर्ल़्ड कप 2011 में युवी को मैन ऑफ द सीरीज का खिताब मिला. वर्ल्ड कप 2011 के दूसरे क्वार्टर फाइनल में भारत का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से था. अहमदाबाद में खेले गए मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. पहले खेलते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 6 विकेट पर 260 रन बना लिए. ऐसे में भारत के लिए सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए 261 रन बनानें थे.
दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडेयिम में भारत के लिए सहवाग और सचिन ने पारी की शुरूआत की. 44 रन के योग पर सहवाग के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा. इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने अर्धशतकीय पारी खेली और स्कोर को 100 रन के आस- पास ले जाने में खास भूमिका निभाई. लेकिन एक बार फिर भारत को सचिन तेंदुलकर के रूप में तगड़ा झटका लगा. सचिन तेंदुलकर 94 रन के योग पर 53 रन बनाकर आउट हो गए. मैच में कंगारू की टीम अपनी पकड़ मजबूत करने लगी. देखते-देखते भारत की टीम का स्कोर 37.3 ओवर में 5 विकेट पर 187 रन हो गया. यहां से भारत को मैच जीतने के लिए लगभग 72 गेंद पर 74 रन चाहिए थे. मैदान पर युवराज सिंह और सुरेश रैना मौजूद थे. इसके बाद युवी ने रैना के साथ इस दबाव भरे क्षण में शानदार बल्लेबाजी की और मैच जीता लाये.