इस बार सावन में पांच सोमवार आ रहे हैं, जो विशिष्ट संयोग माना जाता है। ज्योतिषियों के मुताबिक इस साल रक्षाबंधन पर भी एक दुर्लभ संयोग बनेगा। पढ़ें, पूरी खबर…छोटे बच्चों को काला टीका लगाने के पीछे है वैज्ञानिक वजह
शुभ नक्षत्र और संयोग से सजा यह सावन 10 जुलाई सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग, उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र से शुरू होकर 7 अगस्त रक्षाबंधन तक चलेगा। सावन का दूसरा सोमवार 17 जुलाई को, तीसरा सोमवार 24 जुलाई को चौथा सोमवार 31 जुलाई को और पांचवां सोमवार 7 अगस्त को रहेगा। इसमें तीसरे सोमवार 24 जुलाई को पुष्य नक्षत्र रहेगा।
इसलिए इस बार भगवान नीलकंठ अपने भक्तों पर सावन में असीम अनुकंपा बरसाएंगे। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि सर्वार्थ सिद्धि योग का वक्त बेहद शुभ होता है। सर्वार्थ सिद्धि योग यानी अपने आप में सिद्ध। इस दिन की गई पूजा या हवन-यज्ञ का महत्व काफी अधिक होता है।
बताया कि इस माह में रोटक व्रत भी काफी अहमियत मानी जाती है। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार (पांच सोमवार होने से रोटक व्रत कहलाते हैं) को भगवान शिव-पार्वती की प्रीति के लिए व्रत रखकर शिवजी की बेलपत्र, दूध, दही, चावल, पुष्प, गंगाजल सहित पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है।