नोटबंदी और जीएसटी के चलते जीडीपी का बुरा हाल हुआ है. देश की अर्थव्यवस्था सुस्ती के दौर से गुजर रही है. इसको लेकर विपक्ष ने लगातार मोदी सरकार के खिलाफ हमालवर रुख अपनाया हुआ है, लेकिन मंगलवार को मोदी सरकार के लिए राहत की खबर आ सकती है. दरअसल कल विश्व बैंक ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग जारी करने वाला है. भारत को उम्मीद है कि इसमें उसकी रैंकिंग सुधरेगी.Breaking: भारत पहुंचे इटली के प्रधानमंत्री, निवेश पर बढ़ावा होगा अहम विषय!
विपक्ष को मिलेगा जवाब?
जीएसटी के असर को लेकर लगातार विपक्ष के हमलों का सामना कर रही सरकार को विश्व बैंक से काफी उम्मीद है. अगर विश्व बैंक की रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग सुधरती है, तो यह मोदी सरकार को बड़ी राहत देने का काम करेगा. इससे पीएम मोदी को विपक्ष को जवाब देने का मौका मिल जाएगा.
50वें पायदान पर काबिज होन का है लक्ष्य
व्यापार में सुगमता को लेकर पिछले साल भारत 130वें पायदान पर रहा है. इसके बाद मोदी सरकार ने रैंकिंग को सुधार कर 50वें पायदान पर लाने का लक्ष्य रखा है. सरकार को उम्मीद है कि उसे जीएसटी और अन्य सुधारों की बदौलत ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में बेहतर दर्जा मिल सकता है.
उठाए हैं कई कदम
पिछले एक साल के दौरान मोदी सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं. इसमें सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म जीएसटी शामिल है. इसके अलावा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भी भारत की स्थिति सुधरी है.
चीन को छोड़ा पीछे
इस मामले में चीन को पीछे छोड़कर भारत पहले नंबर पर काबिज हो चुका है.औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (DIPP) के मुताबिक मोदी सरकार के सत्ता संभालने के बाद देश में करीब 170 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आ चुका है.
पिछले साल बहुत पीछे था भारत
पिछले साल भारत व्यापार सुगमता के मामले में काफी पीछे रहा था. इसके लिए निर्माण परमिट, ऋण प्राप्त करने और अन्य मानदंडों के संदर्भ में नाममात्र या कोई सुधार न करना जिम्मेदार माना गया था. भारत 190 देशों की इस सूची में 130वें पायदान पर काबिज हुआ था. डीआईपीपी के सचिव रेमेश अभिषेक भी रैंकिंग सुधरने की उम्मीद जता चुके हैं.