कहा जा रहा है कि अगले तीन सालों में एक यूनिट बिटकॉइन की कीमत 10 लाख डॉलर तक पहुंच जाएगी। बिटकॉइन एक साल में 1,500 प्रतिशत जबकि एक महीने में 115 प्रतिशत चढ़ गई है। बड़ी बात यह है कि एक और गुमनाम सी क्रिप्टोकरंसीबिटकॉइन की राह पर है। इसका नाम है IOTA (आईओटीए)। IOTA पिछले एक महीने में करीब 1,000 प्रतिशत चढ़ चुकी है और मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में यह बिटकॉइन, इथेरियम और बिटकॉइन कैश के बाद चौथे नंबर पर है। 
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7 नवंबर को IOTA की कीमत 0.38 डॉलर थी जो 7 दिसंबर को 980 प्रतिशत बढ़कर 4.14 डॉलर हो गई। खास बात यह है कि दिसंबर महीने में ही यह 180 प्रतिशत चढ़ चुकी है। इस हालिया बढ़ोतरी की वजह माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियों के साथ इसकी साझेदारी हो सकती है।
माइक्रोसॉफ्ट के ओंकार नाइक के IOTA फाउंडेशन वेबसाइट पर प्रकाशित बयान में कहा गया है, ‘हम IOTA फाउंडेशन के साथ साझेदारी से उत्साहित हैं और इसकी नई डेटा मार्केटप्लेस इनिशटिव के साथ जुड़कर गौरवान्वित हैं। अगली पीढ़ी की यह तकनीक इस दुनिया को ब्लॉकचेन से भी आगे ले जाएगी जो हमारे ग्राहकों को रियल वर्ड सलूशंज, ऐप्लिकेशंज और पायलट्स मुहैया कराएगी।’
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कितने पर कर रही ट्रेड?
मार्केट कैपिटाइलजेशन के मामले में बिटकॉइन 18.46 लाख करोड़ रुपये के साथ टॉप क्रिप्टोकरंसी है। उसके बाद 2.80 लाख करोड़ रुपये के साथ इथेरियम दूसरे, 1.66 लाख करोड़ रुपये के साथ बिटकॉइन कैश तीसरे और 0.071 लाख करोड़ रुपये के साथ IOTA चौथे नंबर पर है। अभी प्रति यूनिट IOTA 258 रुपये के आसपास है। वहीं, बिटकॉइन, इथेरियम और बिटकॉइन कैश अभी क्रमशः 11 लाख रुपये, 29,100 रुपये और 98,000 रुपये पर ट्रेड कर रही है।
भारत में कैसे खरीदें?
भारत में IOTA को डायरेक्टली नहीं खरीद जा सकता है, लेकिन Binance समेत कुछ वेबसाइटों से बिटकॉइन के बदले IOTA खरीद सकते हैं। IOTA की स्थापना साल 2015 में चार लोगों ने मिलकर की थी।
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