बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल आरजेडी और जेडीयू के बीच जारी तनातनी के बीच उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को लेकर उठा विवाद गहराता जा रहा है। इस टकराव के बीच सीएम नीतीश कुमार की अगुआई में बुधवार को बिहार कैबिनेट की बैठक हुई। इसमें तेजस्वी यादव भी शामिल हुए। मीटिंग के बाद तेजस्वी यादव ने केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार एक 28 साल के नौजवान से डर गई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी न केवल लालू परिवार बल्कि पूरे बिहार को बदनाम करने की साजिश रच रही है। अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा, ‘हमने गरीबों की बात की, किसानों की बात की। पीएम के किए गए वादों को लेकर बातचीत की। हम पिछड़े परिवार से हैं, इसलिए हमें सजा दी जा रही है।’
‘तब मूंछ नहीं थी’
तेजस्वी ने मोदी और अमित शाह का नाम लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर तेजस्वी ने कहा, ‘जब हम बड़े हो गए, जब हमारे पास सत्ता आई तो हमने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया। जब हमारी उम्र 13-14 साल की थी तो राजनीतिक साजिश रचकर हमें फंसाने की कोशिश की गई। 2004 में हमारी मूंछ भी नहीं आई थी, 13-14 साल का बच्चा कैसे यह सब कर सकता है?’
तेजस्वी के मुताबिक, मामला 2004 का है और उस वक्त उनके पास न तो पावर था और न ही पद। तेजस्वी ने दावा किया कि सारे नौजवान उनके साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह और मोदी को जवाब दिया जाएगा और बिहार से ही नहीं, बल्कि पूरे देश से बीजेपी का सफाया कर दिया जाएगा। डेप्युटी सीएम ने भी दोहराया कि महागठबंधन अटूट है और आगे भी चलता रहेगा। महागठबंधन में फूट की खबरों को लेकर उन्होंने मीडिया पर ही ठीकरा फोड़ दिया और कहा कि बीजेपी माइंडेड मीडिया को महागठबंधन की मजबूती दुखित कर रही है।
.जेडीयू ने फिर साधा निशाना
जेडीयू ने बुधवार को एक बार फिर कड़े तेवर अख्तियार करते हुए उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधा। जेडीयू नेता और प्रवक्ता अजय आलोक ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। अजय आलोक ने कहा, ‘कोई आरोप नहीं लगा है, सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कराई है। इसका जवाब अदालत और जनता दोनों को देना होता है।’ महागठबंधन को लेकर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘महागठबंधन चलाने की जिम्मेदारी सभी की है।’ बता दें कि कि मंगलवार को जेडीयू की बैठक में आरजेडी को इस मामले में फैसला लेने के लिए चार दिनों का समय दिया गया था।
आरजेडी ने कहा, इस्तीफे का सवाल नहीं
इधर, मंगलवार की रात लालू प्रसाद से मिलने के बाद आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा था कि तेजस्वी के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता। खुद लालू ने एक टीवी चैनल से बातचीत में इस्तीफे की संभावना को सिरे से खारिज किया। वहीं, आरजेडी के प्रवक्ता मनोज झा ने बुधवार को कहा, ‘सवाल तेजस्वी के इस्तीफे का नहीं है। सवाल गलत और बेबुनियाद आरोप लगाने का है।’ उन्होंने कहा कि सीबीआई, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय का लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
बीजेपी ने बनाया दबाव
बता दें कि सीबीआई ने लालू व उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े पटना, दिल्ली, रांची व गुरुग्राम के 12 ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की थी। इस मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी तथा उनके बेटे व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इसके बाद राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी तेजस्वी के इस्तीफे की मांग को लेकर सरकार पर लगातार दबाव बना रही है।