इन्फोसिस 36 साल के इतिहास में पहली बार शेयर बायबैक करने जा रही है. शनिवार को हुई बोर्ड बैठक में कंपनी ने बायबैक को हरी झंडी दे दी है. कंपनी के मुताबिक ये बायबैक 13 हजार करोड़ रुपए का होगा. आपको बता दें कि शेयर बायबैक उस स्थिति को कहते हैं जब कंपनी अपनी पूंजी से अपने ही शेयर वापस खरीदती है. बायबैक का मतलब कंपनी मानती है कि बाजार में शेयर के भाव कम मिल रहे हैं.अभी अभी: इन्फोसिस को एक और लगा बड़ा झटका, US में केस फाइल करने की शुरू हुई तैयारी
बायबैक पर खर्च होंगे 13 हजार करोड़ रुपए
कंपनी के द्वारा बीएसई पर दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने 5 रुपए फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयर के बायबैक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. ये बायबैक 13 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नहीं होगा. बायबैक के रिकॉर्ड तारीख का ऐलान बाद में किया जाएगा. कंपनी ये बायबैक 1150 रुपए के प्राइस पर करेगी. कंपनी 11,30,43,478 शेयर का बायबैक करेगी जो कंपनी के कुल शेयर का 4.92 फीसदी है. कंपनी के मुताबिक ये प्राइस 16 अगस्त को बीएसई और एनएसई पर शेयर के बंद भाव पर करीब 18 फीसदी प्रीमियम पर है.
शेयर बायबैक से ऐसे होगा फायदा
शेयर बायबैक उस स्थिति को कहते हैं जब कंपनी अपनी पूंजी से अपने ही शेयर वापस खरीदती है.
बायबैक मतलब कंपनी मानती है कि बाजार में शेयर के भाव कम मिल रहे हैं. शेयर बायबैक से कंपनी का इक्विटी कैपिटल कम हो जाता है. बाजार से वापस खरीदे गए शेयर खारिज हो जाते हैं. बायबैक किए गए शेयरों को दोबारा जारी नहीं किया जा सकता. इक्विटी कैपिटल कम होने से कंपनी की शेयर आमदनी यानी EPS बढ़ जाती है. बायबैक से शेयर को बेहतर P/E मिलता है.
बायबैक पर निवेशक रखें इन बातों का ख्याल
शेयर बायबैक की अधिकतम कीमत क्या है. बायबैक पर कंपनी कितना खर्च कर रही है.
बायबैक कितने समय में पूरा होगा. बायबैक के समय कंपनी पर कितना रिजर्व और सरप्लस है.