प्रदेश सरकार की ओर से 50 साल से अधिक उम्र के कर्मियों की स्क्रीनिंग किए जाने का निर्देश दिया गया था। स्क्रीनिंग के बाद जिले में पहली सेवानिवृत्ति विकास विभाग के एक जीप चालक को दी गई है। उसके सेवानिवृत्ति का आदेश जारी कर दिया गया है। अभी अभी: बर्निंग ट्रेन बनने से बची मालगाड़ी, इंजन में लगी भयंकर आग…
विकास विभाग में तृतीय श्रेणी के कुल 45 और चतुर्थ श्रेणी के 14 कर्मचारी कार्यरत हैं। 50 साल से अधिक उम्र के कर्मचारियों के कार्य को लेकर स्क्रीनिंग के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी। इसके दायरे में एक कर्मचारी आया।
ब्लॉक मवई में कार्यरत जीप चालक जागेश्वर प्रसाद (जागेश्वर) पुत्र छोटे लाल निवासी बसुडिहा पो. उसमानपुर बाराबंकी काम के प्रति लापरवाह है। लापरवाही को लेकर वह अब तक कई बार निलंबित किया जा चुका है।
कई महीनों से बगैर कोई जानकारी दिए ड्यूटी से नदारद है। इसको लेकर भी उसे दो बार नोटिस दिया जा चुका है। प्रदेश शासन से स्क्रीनिंग के निर्देश के बाद विभाग में एक मात्र जागेश्वर प्रसाद का नाम सामने आया।
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इसके बाद तीन सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी ने जागेश्वर प्रसाद को सेवानिवृत्ति दिए जाने का अनुमोदन कर दिया। मंगलवार को जिला विकास अधिकारी हवलदार सिंह ने जीप चालक को सेवानिवृत्त किए जाने का आदेश जारी कर दिया।
बीडीओ को जागेश्वर को तीन माह का वेतन एवं भत्तों के भुगतान के साथ ही सेवानिवृत्त देयकों का भुगतान किए जाने संबंधी निर्देश जारी कर दिया गया है। डीडीओ ने बताया कि स्क्रीनिंग में मवई के जीप चालक जागेश्वर प्रसाद को सेवानिवृत्ति दी गई है। इससे जुड़े भुगतान के लिए भी संबंधित को निर्देश दिया गया है।