GST: घूमने के हैं शौकीन तो अब 1 जुलाई से महंगा हो जाएगा होटल में रहना-खाना

डिप्टी पुलिस कमिश्नर सुधीर ने बताया कि मुंबई निवासी तीनों आरोपी दसवीं पास है और इन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया अभियान का नाम इस्तेमाल करते हुए फर्जी वेबसाइट्स बनाकर लोगों को ठगा। इस काम उनका साथ गुजरात निवासी जोशी ने दिया। जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। जोशी की मदद से इन्होंने फर्जी वेबसाइट्स को ऐसा बनाया जिससे की वे असली जैसी लगें।
ऐसे होती थी ठगी
यह लोगों को मल्टी लेवल बिजने प्लान के नाम पर ठगते थे। लोगों से इन्वेस्टमेंट के नाम पर 7-7 हजार रुपये लेते थे। आरोपी लोगों को भरोसा दिलाते थे उनके इन्वेस्ट किए पैसे एक हफ्ते के अंदर 5 फीसदी लाभ सहित उन्हें वापस होंगे। अपनी इस ठगी को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने कई शहरों में कार्यक्रम भी किए।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features