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लालू 27 अगस्त को पटना में भाजपा भगाओ-देश बचाओ रैली कर रहे हैं। इसे एक तरह से भाजपा के खिलाफ महागठबंधन की शुरुआत माना जा रहा है। इस रैली के लिए प्रदेश की राजनीति के दोनों प्रमुख ध्रुवों अखिलेश यादव व मायावती को निमंत्रण भेजा गया है। अखिलेश पहले ही कह चुके हैं कि वह पटना रैली में जाएंगे।
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह ने मायावती के भी रैली में शामिल होने की पुष्टि की है। अब दोनों नेता 27 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में रैली को संबोधित करेंगे।
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सपा-बसपा समेत कुछ दलों का महागठबंधन बन सकता है। इसमें कांग्रेस भी शामिल हो सकती है।
सपा-बसपा का गठबंधन हुआ तो यह यूपी की राजनीति की बड़ी घटना होगी। इससे पहले दोनों दलों के बीच 1993 में गठबंधन हुआ था। तब गठबंधन सरकार में मुलायम सिंह मुख्यमंत्री बने थे। 1995 में यह गठबंधन टूट गया।
उस वक्त गेस्ट हाउस में मायावती पर सपा समर्थकों ने हमला भी किया था। तभी से दोनों दलों के बीच तल्खी चली आ रही है। इनमें गठबंधन हुआ तो राष्ट्रीय स्तर पर भी भाजपा के खिलाफ विकल्प बन सकता है।