मोनिका बेदी और अबु सलेम ने मस्जिद में किया था निकाह, मोनिका नहीं जानती थीं सलेम की सच्चाई

बॉलीवुड में अपनी फिल्मों की वजह से कम और अंडरवर्ल्ड से रिश्तों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाली एक्ट्रेस मोनिका बेदी आज अपना 42वां जन्मदिन मना रही हैं। मोनिका का जन्म पंजाब के होशियारपुर में हुआ था। मोनिका ने अपनी पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पूरी की है। उन्होंने अपने फिल्‍मी करियर की शुरुआत 1995 में तेलुगु फिल्म ‘ताज महल’ से की थी। उनकी पहली बड़ी फिल्म ‘सुरक्षा’ थी, जिसमें उनके साथ सैफ अली खान थे।
मोनिका बेदी और अबु सलेम ने मस्जिद में किया था निकाह, मोनिका नहीं जानती थीं सलेम की सच्चाई

 बॉलीवुड में उनकी चर्चित फिल्मों में ‘आशिक मस्ताने’, ‘तिरछी टोपीवाले’, ‘जंजीर’, ‘जानम समझा करो’ और ‘जोड़ी नंबर 1’ हैं। मोनिका बेदी का फिल्मी करियर कुछ खास नहीं चल सका। मोनिका बिग-बॉस की एक्स कंटेस्टेंट भी रह चुकी हैं। मोनिका अपनी फिल्मों से ज्यादा दाऊद के दा‌हिने हाथ कहे जाने वाले अबु सलेम से प्यार के चलते चर्चा में रहीं। इसी प्यार के चलते उन्हें जेल तक जाना पड़ा। आइए जानते हैं कैसे शुरू हुई थी मोनिका और अबु सलेम की लव स्टोरी…

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फिल्मफेयर.कॉम और इंडिया-फॉरम्स.कॉम में छपे इंटरव्यू में मोनिका ने खुद अपनी और अबु की लव स्टोरी पर खुलकर बात की थी। मोनिका एक एक्ट्रेस हैं, इसलिए स्टेज शो के ऑफर में उनकी दिलचस्पी स्वाभाविक थी। मोनिका के मुताबिक, उन्होंने अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील का नाम तो सुना था लेकिन अबु सलेम के नाम से वाकिफ नहीं थी। 1998 में मोनिका पहली दफा फोन पर अबु सलेम के संपर्क में आईं।

 मोनिका दुबई में थीं, फोन पर उन्हें दुबई में एक स्टेज शो करने का ऑफर मिला था। स्टेज शो के दौरान अबु ने खुद को एक कारोबारी बताया था। शो के पहले अबु नाम बदलकर बातें करता था। लेकिन उसके बात करने का अंदाज ऐसा था कि पहली मुलाकात से पहले ही वो उसे पसंद करने लगी थीं। मोनिका की मानें तो फोन पर हमारी बातें होती थीं लेकिन मुझे लगता था कि कहीं न कहीं हम-दोनों के बीच कोई कनेक्शन जरूर है।

 मोनिका बताती हैं कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि किसी शख्स से फोन पर बातें करते-करते मैं उसे इस कदर पसंद करने लगूंगी कि बिना बात के रहा नहीं जाएगा। मैं ये नहीं कहूंगी कि मैं उसके प्यार में पड़ गई थी, लेकिन हां, ये जरूर है कि मैं उसे पसंद करने लगी थी। इतना कि पूरे दिन मैं उसके फोन का बेसब्री से इंतजार करने लगी थी। और जब फोन नहीं आता तो मैं व्याकुल हो उठती थी। फोन पर बात करने के दौरान अबु मुझे बहुत ही संजीदा और सुलझे हुए इंसान लगे। 

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उनसे बातें करके लगता था कि जैसे वो बहुत ही क्लोज फ्रेंड हैं। मैं उनसे फोन पर अपनी सारी बातें शेयर करने लगी थी। दुबई में शो के बाद हम दोनों इतने करीब आ गए कि अबु हर आधा घंटे में मेरा फोन लगा देते थे। वो मेरी काफी परवाह करने लगे थे। दुबई में दो बार मिलने के बाद मैं मुंबई वापस आई तो मैंने अबु को मुंबई आने के लिए कहा। लोकिन वो हमेशा कोई बहाना बना देते। अबु ने मुझे अपना नाम आर्सलन अली बताया था। अबु हमेशा यही नाम इस्तेमाल करते थे। 

 यहां तक की जब पुर्तगाल में हम गिरफ्तार हुए तब भी अबु ने अपना नाम आर्सलन अली बताया था। अबु नहीं चाहता था कि मैं दुबई से वापस मुंबई जाऊं। इसलिए जब मैं मुंबई में थी तो अबु ने मुझे दुबई आने के लिए फोन किया और कहा कि अगर मुंबई में रहूंगी तो परेशानी में पड़ जाऊंगी। जब मैं दुबई पहुंच गई तो उसने मुझसे कहा कि तुम अब वापस नहीं जाओगी। उसने कहा कि अगर तुम वापस गई तो पुलिस तुमसे मेरे बारे में जानकारियां मागेगी। मुझे लगा था कि दो हफ्ते में वापस मुंबई लौट आऊंगी।

 अबु को दुनिया कैसे भी जानती हो, लेकिन मैं जब तक उसके साथ रही, वो मेरे लिए एक आम इंसान की तरह था। वह मेरे साथ अच्छे से पेश आता था। उसने मुझे कभी भी उसके पीछे के स्याह सच से वाकिफ नहीं होने दिया। मैंने हमेशा उसे जरूरतमंदों की मदद करते हुए देखा। मुझे उसके बीते हुए कल के बारे में कुछ भी पता नहीं था। मुझे नहीं पता था कि उसने क्या गलत किया। हम दोनों के बीच एक बहुत ही निजी संबंध था। वो किस किससे जुड़ा था मुझे उससे कुछ भी लेना-देना नहीं था। मैं उसके अलावा किसी से नहीं मिली। 

 शुरुआती दिनों में मुझे नहीं पता था कि वो किस तरह का आदमी है, बस उसकी बातें दिल को छू जाती थीं। मैं पहली दफा उसके साथ दो-तीन दिन रहकर मुंबई वापस आई तब भी मेरे साथ उसका अच्छा बर्ताव ही था। लेकिन जब मैं उसके साथ रहने लगी तब मुझे अहसास हुआ कि हम एक-दूसरे के लिए नहीं बने हैं। मुझे अहसास हुआ कि हम दोनों की सोच-समझ अलग है। तब मुझे लगा कि मैं उसके साथ नहीं रह पाउंगी लेकिन वो समझने को तैयार ही नहीं था। और फिर वो मनहूस तारीख 18 सितंबर 2002 थी जब हम पुर्तगाल में गिरफ्तार हुए और अलग भी।

 गिरफ्तारी के बाद मोनिका ने अपने जीवन के कड़वे अनुभवों के आधार पर एक पत्र में एक शायरी लिखी थी। जो इस प्रकार थी… छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए, ये मुनासिब नहीं आदमी के लिए, प्यार से भी जरूरी कई काम हैं, प्यार सब कुछ नहीं जिंदगी के लिए। मोनिका बेदी अपने हिस्से की सजा काटकर रुपहले परदे पर कमबैक कर चुकी हैं। मोनिका को फर्जी पासपोर्ट के लिए सजा हुई थी। पंजाब के होशियारपुर से मोनिका का परिवार नार्वे शिफ्ट हो गया था।

 मोनिका बेदी ने अक्सर अपने इंटरव्यू में कहा है कि वो अबु सलेम के साथ वर्षों तक रहीं जरूर, लेकिन उन्होंने अबु से कभी शादी नहीं की। वहीं, अबु सलेम ने मीडिया को बताया था कि मोनिका से उसकी शादी साल 2000 में लॉस एंजिल्स की एक मस्जिद में हुई थी। मोनिका ने भी अपनी पढ़ाई बाहर रहकर की और उसे हमेशा से अभिनेत्री श्रीदेवी की तरह बनने का शौक था। मोनिका के अल्हड़पन की वजह से उनके करीबी कहते थे कि उनके अंदर सायरा बानो की छवि दिखती है।

 
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