30 पेट्रोल पंप सूखे,सब्जी और दूध की गाड़ियां भी प्रभावित,ट्रकों की हड़ताल का असर

हिट एंड रन कानून के विरोध में दूसरे दिन मंगलवार को भी शहर में असर दिखा। टैंकर चालकों की हड़ताल के चलते शहर के अधिकतर पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीजल नहीं पहुंचे। वहीं, वाहनों में ईंधन की टंकी फुल कराने वालों की लाइन लगी रही। आलम ये रहा कि शाम तक शहर के 30 से अधिक पेट्रोल पंप ड्राई हो गए। वहीं, कछवा के छतेरी में गैस एजेंसी पर लोड नहीं आने से लोगों को गैस सिलिंडर नहीं मिला

पहड़िया मंडी में 50 फीसदी ही गाड़ियां पहुंचीं। शिवपुर मालगोदाम में ट्रक चालकों और कर्मचरियों ने खाद्यान्न लोड नहीं किया। इस वजह से सब्जी, दूध और खाद्यान्न की आपूर्ति प्रभावित हुई। नगर के पराग डेयरी में बड़े वाहनों के नहीं चलने से छोटे मालवाहक वाहनों से सप्लाई दी गई। मोहनसराय-रोहनिया मार्ग पर चालकों ने ट्रक खड़े करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, सुबह में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम और सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज की बसें भी नहीं डोलीं। दोपहर 12 बजे के बाद रोडवेज की बसें सड़कों पर निकलना शुरू हुईं। तोड़फोड़ के भय से लगातार दूसरे दिन भी 50 ई-बसें डिपो से बाहर नहीं निकलीं।

नए कानून के विरोध में महेशपुर में ट्रांसपोर्टरों ने प्रदर्शन किया। स्थानीय पुलिस ने किसी तरह समझा बुझाकर प्रदर्शन खत्म कराया। चालकों की हड़ताल होने की वजह से यात्रियों को भी परेशानियां झेलनी पड़ीं। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम वाराणसी परिक्षेत्र के कैंट बस स्टेशन पर सुबह के समय चालकों ने बसें खड़ी कर दीं। ग्रामीण डिपो अनुबंधित बस चालकों ने स्टेयरिंग थामने से इन्कार करते हुए अन्य चालकों को भी भड़काया तो अन्य डिपो के चालकों ने भी बस चलाने से इन्कार दिया। सुबह छह बजे से आठ बजे तक बसों के नहीं चलने से यात्रियों ने रेलवे स्टेशन का सहारा लिया। वहीं, कुछ ऑटो और निजी साधन से अपने गंतव्य को रवाना हुए।

परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव वर्मा, कार्यशाला प्रबंधक प्रियम श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने कमान संभाली। प्रत्येक डिपो के चालकों और परिचालकों को समझाया बुझाया। इसके बाद एक-एक कर बसें सड़क पर निकलनीं शुरू हुईं। हालांकि, कुछ चालों ने रास्ते में हमला होने और बसों के क्षतिग्रस्त किए जाने की आशंका जताते हुए बस चलाने से इन्कार कर दिया। क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव वर्मा ने बताया कि रोडवेज की सभी बसें चल रही हैं। सिटी की डीजल वाली बसें भी चलाई जा रही हैं। हालांकि ई-बसों को इसलिए रूट पर नहीं उतारा जा रहा है कि रास्ते में उनपर तोड़फोड़ की जा सकती है। वहीं, दो दिन में परिक्षेत्र को 55 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा, जबकि सिटी को आय में लगभग चार लाख रुपये की चपत लगी है।

सात से अधिक गांव के लोगों को नहीं मिले गैस सिलेंडर

कछवा रोड संवाददाता के अनुसार सेवापुरी ब्लाॅक के छतेरी इंडियन गैस एजेंसी पर लोड नहीं आया। इससे ठठरा, चित्रसेनपुर, पूरे, गुड़िया, बिहड़ा, जोगियापुर, डोमैला आदि गांव के उज्ज्वला लाभार्थी समेत अन्य लोगों को गैस सिलिंडर नहीं मिला। इंडियन गैस एजेंसी के व्यवस्थापक संजय तिवारी ने बताया कि हड़ताल के चलते गैस सिलिंडर की गाड़ी नहीं आ सकी। गोदाम में गैस सिलिंडर समाप्त हो गए हैं। कछवा रोड युवा उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष मोहन गुप्ता ने कहा कि हड़ताल से हार्डवेयर, प्लाईवुड, किराना समेत अन्य दुकान के समान समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।

तीन घंटे मोहनसराय-रोहनिया मार्ग रहा जाम, पुलिस ने लाठी पटककर जाम छुड़ाया

रोहनिया संवाददाता के अनुसार मोहनसराय चौराहा पर सुबह ट्रक चालकों ने बेतरतीब तरीके से वाहन खड़ा कर हाइवे जाम कर दिया। इससे रोहनिया से राजातालाब व मोहनसराय से अखरी तक हाईवे पर वाहनों की कतार लग गई। जाम में एंबुलेंस समेत अन्य वाहन भी फंस गए। सुबह 7 बजे से लेकर 10 बजे तक जाम में वाहन खड़े रहे। मौके पर पहुंचे एसीपी सदर संजीव शर्मा व मंडुवाडीह थाना प्रभारी विमल मिश्रा, रोहनिया थाना प्रभारी योगेंद्र प्रसाद व राजातालाब थाना प्रभारी सुमित्रा देवी ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शनकारी चालकों को लाठी पटककर खदेड़ा। हाईवे पर लगे लंबे जाम को समाप्त कराकर वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से चालू कराया। इसके बाद पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई। ट्रक चालकों का आरोप रहा कि पुलिस ने मारा पीटा। उधर, शिवपुर मालगोदाम पर ट्रक चालकों और कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया और माल की लोडिंग और अनलोडिंंग नहीं हुई।

चांदपुर चौराहे पर सवारी गाड़ियों को रोका, ट्रांसपोर्टरों का प्रदर्शन

मंडुवाडीह संवाददाता के अनुसार सुबह ट्रांसपोर्टरों और वाहन चालकों ने चांदपुर चौराहे पर सवारी गाड़ियों को रोककर हंगामा व चक्काजाम का प्रयास किया। मौके पर पहुंची मंडुवाडीह पुलिस ने लाठी पटककर चालकों को भगाया और हंगामा समाप्त कराया। इस दौरान करीब आधे घंटे तक हंगामे की स्थिति बनी रही।

रोडवेज अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त

रोडवेज मुख्यालय ने सभी आरएम, एमआरएम, फोरमैन समेत अन्य कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं। बस स्टेशन और डिपो में तैनात होकर बसों को निकलवाने का आदेश जारी किया है। आरएम गौरव वर्मा भी छुट्टी निरस्त करते हुए रोडवेज बस स्टेशन पर पहुंच गए।

हड़ताल से बढ़ेगी महंगाई, पर्यटन कारोबार भी होगा प्रभावित

बनारस टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की बैठक पीसीएफ प्लाजा स्थित कार्यालय में हुई। अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने कहा कि हड़ताल के चलते महंगाई बढ़ेगी। वहीं, पर्यटकों को भी परेशानियां होंगी। महामंत्री प्रकाश जायसवाल ने कहा कि इस कानून से चालक गाड़ी चलाना छोड़ देंगे और पूरा ट्रांसपोर्ट खत्म हो जाएगा। प्रवक्ता शशि प्रताप सिंह ने अपील की कि शांतिपूर्वक इस कानून का विरोध करें।

उधर, वाराणसी टूरिज्म गिल्ड ने बैठक कर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन और धरने का समर्थन किया। छावनी स्थित स्वामी विवेकानंद की मूर्ति के समीप धरना दिया। वीटीजी के अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह व टूरिस्ट ड्राइवर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि इस कानून के खिलाफ हमारा सांकेतिक धरना जारी रहेगा। धरने में अनिल त्रिपाठी, पप्पू सोनकर, सुरेंद्र बाबा, अशोक जेलर, रिजवान खान आदि रहे।

आज 50 से अधिक पंपों की सूख जाएंगी टंकियां

टैंकर चालकों की हड़ताल से शहर के 150 पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति नहीं हुई। मंगलवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों के 12 पंप ड्राई हो गए। वहीं, बुधवार की दोपहर तक इनकी संख्या 50 से ऊपर जा सकती है। शहर में कुल 150 पेट्रोल पंप हैं। रोजाना 40-50 टैंकरों से यहां डीजल और पेट्रोल की आपूर्ति होती है। पंप मालिकों के अनुसार दो दिन हड़ताल और चली तो शहर के सभी वाहनों का संचालन ठप हो सकता है। क्योंकि सभी पंपों के स्टॉक खत्म हो रहे हैं।

वाराणसी पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद सिंह ने बताया कि हड़ताल का असर पेट्रोल पंपों पर दिखने लगा है। स्टाॅक अब खत्म हो रहे हैं। आईओसी, एचपीसीएल, बीपीसीएल, नायरा, रिलायंस आदि कंपनियों की गाड़ियां नहीं पहुंच रही हैं। मुगलसराय के अलीनगर में तेल कंपनियों के डिपो के टैंकर चालकों ने लोड करने से इन्कार कर दिया है।

48 घंटे में 90 फीसदी गैस गोदाम खाली, आज से और बढ़ेगी परेशानी

ट्रक चालकों की हड़ताल दो दिन और चली तो गैस चूल्हे पर खाना पकाना भी मुश्किल हो जाएगा। पिछले 48 घंटे से इंडेन गैस बाॅटलिंग प्लांट बाबतपुर में लोडिंग ठप है। इस कारण शहर के 50 गैस एजेंसियों पर दो दिनों से लोड नहीं आ पा रहा है। मंगलवार को 90 फीसदी गैस गोदाम खाली हो गए। गैस डीलरों के अनुसार अब तक बचे हुए स्टाॅक से काम चलाया गया, लेकिन हड़ताल जारी रही तो एजेंसी बंद करनी पड़ेगी। वाराणसी एलपीजी डीलर एसोसिएशन के प्रवक्ता मनीष चौबे ने बताया कि बाॅटलिंग प्लांट से रोजाना शहर में 70 से 75 गाड़ियों से गैस सिलिंडर की आपूर्ति होती है। जिले में लगभग दस लाख गैस सिलिंडर के उपभोक्ता हैं। अधिकतर गैस एजेंसियों के स्टाॅक खत्म हो गए। ग्रामीण इलाकों में स्टाॅक खत्म होने से उपभोक्ताओं को परेशानियां उठानी पड़ी।

ट्रांसपोर्टरों और चालकों के साथ है सपा

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ और जिला प्रवक्ता संतोष यादव बबलू एडवोकेट ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि नए नियम के बाद भारी वाहन चालक अपनी नौकरियां छोड़ रहे हैं। एक्सीडेंट में दोषी वाहन चालकों को 10 साल की सजा व सात लाख के जुर्माने का प्रावधान है, जो कि परिवहन उद्योग को खतरे में डाल रहा है। यदि यह काला कानून वापस नहीं होता है तो समाजवादी पार्टी भी ट्रांसपोर्टरों एवं ट्रक एसोसिएशन के साथ आंदोलन का समर्थन करेगी।

एयरपोर्ट पर टैक्सी चालकों का विरोध प्रदर्शन

एयरपोर्ट के मुख्य मार्ग पर टैक्सी चालकों ने चक्का जाम कर विरोध जताया। फूलपुर पुलिस ने चालकों को समझाने का प्रयास किया। एडीसीपी गोमजी जोन और अन्य अधिकारियों ने टैक्सी चालकों को समझा बुझाकर शांत कराया। चालकों ने कहा कि यह काला कानून वापस नहीं लिया गया तो टैक्सी संचालन ठप करके प्रदर्शन करेंगे।

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