खिलाड़ियों के जीवन में कभी–कभी कुछ अजीब घटना घट जाती है। आज हम ऐसी ही एक घटना के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। हम एक वेटरन गोल्फ प्लयेर के बारे में बात करने जा रहे हैं जिनके जीवन में कुछ अजीब सी घटना घटी और उसी वजह से उनकी मौत भी हो गई। दरअसल वे चोट लगने पर एक ऐसी दवाई का सेवन करने लगे थे जिसे पीने से उनका जबड़ा गलकर चू गया और उनकी मौत हो गई। तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि उनकी मौत किस दवाई के पीने से हुई।
इस दवाई के सेवन से जबड़ा गला और हुई मौत
आज अमेरिका के एबेनेजर मैकबर्नी बयेर्स के बारे में बात करेंगे। ये एक अमेरिकी गोल्फ प्लेयर हुआ करते थे। उनकी मौत बड़ी ही दर्दनाक साबित हुई। उनकी मौत की कहानी सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते है । वे अपने जमाने के बेहतरीन स्पोर्ट्समैन थे पर एक दवाई ने उनके जीवन में भूचाल ला दिया। ये घटना साल 1927 की है। एबेनेजर को चोट लग गई थी और उन्होंने डाॅक्टर की प्रिस्क्राइब दवाई रैडिटौर पीना शुरु कर दिया। ये दवाई उन्हें एक चम्मच ही पीनी थी। उनकी चोट कुछ समय बाद ठीक हो गई।
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पोस्टमार्टम में शरीर से मिला ये पदार्थ
चोट ठीक होने के बाद उन्हें उस दवाई की लत लग गई थी। वे जब–जब वो दवाई पीते थे तो उन्हें अभूत ताकत का अहसास होता था। स्पोर्ट्स पर्सन के लिए ताकत के मायने अलग होते हैं। ताकत के नशे में चूर वे उस दवाई को लगातार पीते रहे। उन्होंने ऐसा करते–करते 1400 रैडिटौर की शीशियां पी डाली थीं। कुछ समय बाद उनके जबड़े की नसें सुन्न हो गईं। नसे सुन्न होने के बाद उनका जबड़ा गल कर चूने लगा। डाॅक्टर्स की लाख कोशिश के बाद भी वे खिलाड़ी के जबड़े को चूने से नहीं रोक पाए। हैरत वाली बात ये है कि जबड़ा चूने पर उन्हें दर्द तक नहीं हुआ। एक दिन उनकी ऐसे ही मौत हो गई। जब उनके शरीर का पोस्टमार्टम हुआ तो उनके शरीर से रेडियोएक्टिव पदार्थ मिले थे। बता दें जिस डाॅक्टर की कही दवाई वे इस्तेमाल कर रहे थे वो डाॅक्टर झोलाछाप था।
ऋषभ वर्मा