पोखरण परमाणु परीक्षण पर बनी जॉन अब्राहम और डायना पेंटी स्टारर ‘परमाणु’ निर्माताओं के लिए फायदे का सौदा बन गई है। संडे की कमाई कमाल रही और इससे फिल्म की काफी लागत वसूल हुई।पोखरण परमाणु परीक्षण पर बनी जॉन अब्राहम और डायना पेंटी स्टारर 'परमाणु' निर्माताओं के लिए फायदे का सौदा बन गई है। संडे की कमाई कमाल रही और इससे फिल्म की काफी लागत वसूल हुई।  जॉन की फिल्म की लागत करीब 30 करोड़ रुपए थी। प्रचार और प्रिंट पर 5 करोड़ रुपए खर्च हुए। 35 करोड़ में बनी फिल्म को सेटेलाइट, डिजिटल, म्यूजिक और ओवरसीज राइट्स से ही 27 करोड़ मिल गए थे। संडे तक टिकट खिड़की पर इसकी कमाई 20.78 करोड़ रुपए है। इस कमाई के 40 फीसद पर निर्माताओं का हक है। जो करीब 9.35 करोड़ रुपए होता है। इस तरह केवल तीन दिन की कमाई में ही मेकर्स 1.5 करोड़ की कमाई जेब में कर चुके हैं। कम से कम दो हफ्ते इसकी कमाई जारी रहना है। अंदाज लगाया जा सकता है कि फिल्म कितना मुनाफा देने वाली है!  लगभग 1935 स्क्रीन्स पर यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज हुई। इसने पहले दिन 4.82 करोड़ की कमाई की। शनिवार को इसे 7.64 करोड़ मिले। संडे के दिन इसकी कमाई 8.32 करोड़ रही। टिकट खिड़की से अब तक 20.78 करोड़ आ चुके हैं।  अच्छी बात यह है कि फिल्म देश के प्रति जबरदस्त गर्व महसूस करवाने में सफल हुई है। समीक्षाओं में इसे चार-चार स्टार दिए जा रहे हैं। तारीफों के दम पर यह 'राजी' साबित हो रही है।  यहां बता दें कि जॉन इसमें सेना का हिस्सा नहीं हैं। वे परमाणु परिक्षण के लिए पीएमओ की तरफ से पोखरण भेजे जाते हैं और असंभव-सा यह काम कर दिखाते हैं।  साफ-सुथरी फिल्म है इसलिए परिवारों की भीड़ यहां लगने वाली है। बच्चों को भी इसे देखने में मजा आएगा।बता दें कि यह फिल्म देर से रिलीज हो पाई है। निर्माताओं में झगड़ा इस कदर बढ़ा कि इसकी प्रचार सामग्री तक वापस ले ली गई थी। यूट्यूब से इसका ट्रेलर भी गायब हो गया था। पिछले साल जुलाई में निर्माताओं ने इस फिल्म में डायना पेंटी का लुक जारी करके प्रचार की शुरूआत की थी। इस फिल्म को जॉन अब्राहम और Kriarj एंटरटेनमेंट मिलकर प्रोड्यूस कर रहे थे। झगड़ा भी इन दोनों में शुरू हुआ।  इस फिल्म के लिए प्रचार की पूरी प्रक्रिया दोहराई गई। इसका नया टीजर काफी प्रभावी बना है। इसे देखकर फिल्म के प्रति उत्सुकता बढ़ती है। बोमन ईरानी की आवाज में टीजर में यह कहानी सुनाई जा रही है। अटल बिहारी बाजपेई की सरकार के दौरान भारत में किस तरह तरह परमाणु परीक्षण की कहानी लिखी गई थी, इसकी भूमिका टीजर में साफ होती है। जॉन को डेशिंग लुक में यहां देखा जा सकता है।  इस फिल्म के लिए माहौल ठीक ही है। लोग फिल्में देखने के लिए खूब निकल रहे हैं। पिछली फिल्मों ने खासी कमाई की है। 'परमाणु' जैसी फिल्म के लिए देशभक्ति का जो माहौल जरूरी है, वो 'राजी' ने बना दिया है। एेसे में जॉन की फिल्म को दिक्कत नहीं होना चाहिए। जॉन की इसी जॉनर की फिल्म 'मद्रास कैफे' को करीब 5 करोड़ की ओपनिंग मिली थी। जॉन की सोलो फिल्में 5 से 6 करोड़ रुपए पहले दिन ले ही आती हैं।  इसके डायरेक्टर अभिषेक शर्मा हैं, जो पॉलिटिकल कॉमेडी फ़िल्म 'तेरे बिन लादेन' बना चुके हैं। 'परमाणु' 8 दिसंबर को रिलीज़ की जानी थी, फिर इसकी तारीख दो बार बदली। इसकी पटकथा साइविन क्वेडरस और संयुक्ता चावला शेख ने लिखी है। जॉन इससे पहले पॉलिटिकल थ्रिलर फ़िल्म 'मद्रास कैफ़े' बना चुके हैं, जो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या का साजिश से प्रेरित फ़िल्म थी। इस फ़िल्म में जॉन ने इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधिकारी का किरदार निभाया था।

जॉन की फिल्म की लागत करीब 30 करोड़ रुपए थी। प्रचार और प्रिंट पर 5 करोड़ रुपए खर्च हुए। 35 करोड़ में बनी फिल्म को सेटेलाइट, डिजिटल, म्यूजिक और ओवरसीज राइट्स से ही 27 करोड़ मिल गए थे। संडे तक टिकट खिड़की पर इसकी कमाई 20.78 करोड़ रुपए है। इस कमाई के 40 फीसद पर निर्माताओं का हक है। जो करीब 9.35 करोड़ रुपए होता है। इस तरह केवल तीन दिन की कमाई में ही मेकर्स 1.5 करोड़ की कमाई जेब में कर चुके हैं। कम से कम दो हफ्ते इसकी कमाई जारी रहना है। अंदाज लगाया जा सकता है कि फिल्म कितना मुनाफा देने वाली है!

लगभग 1935 स्क्रीन्स पर यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज हुई। इसने पहले दिन 4.82 करोड़ की कमाई की। शनिवार को इसे 7.64 करोड़ मिले। संडे के दिन इसकी कमाई 8.32 करोड़ रही। टिकट खिड़की से अब तक 20.78 करोड़ आ चुके हैं।

अच्छी बात यह है कि फिल्म देश के प्रति जबरदस्त गर्व महसूस करवाने में सफल हुई है। समीक्षाओं में इसे चार-चार स्टार दिए जा रहे हैं। तारीफों के दम पर यह ‘राजी’ साबित हो रही है।

यहां बता दें कि जॉन इसमें सेना का हिस्सा नहीं हैं। वे परमाणु परिक्षण के लिए पीएमओ की तरफ से पोखरण भेजे जाते हैं और असंभव-सा यह काम कर दिखाते हैं।

साफ-सुथरी फिल्म है इसलिए परिवारों की भीड़ यहां लगने वाली है। बच्चों को भी इसे देखने में मजा आएगा।बता दें कि यह फिल्म देर से रिलीज हो पाई है। निर्माताओं में झगड़ा इस कदर बढ़ा कि इसकी प्रचार सामग्री तक वापस ले ली गई थी। यूट्यूब से इसका ट्रेलर भी गायब हो गया था। पिछले साल जुलाई में निर्माताओं ने इस फिल्म में डायना पेंटी का लुक जारी करके प्रचार की शुरूआत की थी। इस फिल्म को जॉन अब्राहम और Kriarj एंटरटेनमेंट मिलकर प्रोड्यूस कर रहे थे। झगड़ा भी इन दोनों में शुरू हुआ।

इस फिल्म के लिए प्रचार की पूरी प्रक्रिया दोहराई गई। इसका नया टीजर काफी प्रभावी बना है। इसे देखकर फिल्म के प्रति उत्सुकता बढ़ती है। बोमन ईरानी की आवाज में टीजर में यह कहानी सुनाई जा रही है। अटल बिहारी बाजपेई की सरकार के दौरान भारत में किस तरह तरह परमाणु परीक्षण की कहानी लिखी गई थी, इसकी भूमिका टीजर में साफ होती है। जॉन को डेशिंग लुक में यहां देखा जा सकता है।

इस फिल्म के लिए माहौल ठीक ही है। लोग फिल्में देखने के लिए खूब निकल रहे हैं। पिछली फिल्मों ने खासी कमाई की है। ‘परमाणु’ जैसी फिल्म के लिए देशभक्ति का जो माहौल जरूरी है, वो ‘राजी’ ने बना दिया है। एेसे में जॉन की फिल्म को दिक्कत नहीं होना चाहिए। जॉन की इसी जॉनर की फिल्म ‘मद्रास कैफे’ को करीब 5 करोड़ की ओपनिंग मिली थी। जॉन की सोलो फिल्में 5 से 6 करोड़ रुपए पहले दिन ले ही आती हैं।

इसके डायरेक्टर अभिषेक शर्मा हैं, जो पॉलिटिकल कॉमेडी फ़िल्म ‘तेरे बिन लादेन’ बना चुके हैं। ‘परमाणु’ 8 दिसंबर को रिलीज़ की जानी थी, फिर इसकी तारीख दो बार बदली। इसकी पटकथा साइविन क्वेडरस और संयुक्ता चावला शेख ने लिखी है। जॉन इससे पहले पॉलिटिकल थ्रिलर फ़िल्म ‘मद्रास कैफ़े’ बना चुके हैं, जो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या का साजिश से प्रेरित फ़िल्म थी। इस फ़िल्म में जॉन ने इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधिकारी का किरदार निभाया था।