मौनी अमावस्या आज, दिन भर बन रहा है शुभ संयोग

    माघ माह में वैसे तो हर दिन किसी न किसी प्रकार के व्रत व त्योहार होते हैं। लेकिन अमावस का इस माङ में कापी महत्व है। माघ माह में पड़ने वाली अमावस को मौनी अमावस्या कहते हैं। इस माह अमावस के दिन कुछ विशेष कार्य करने चाहिए जिससे काफी हद तक समस्याएं कम होती हैं। पितृ पूजा का भी विशेष महत्व है। मौनी अमावस्या इस बार काफी शुभ संयोग पर पड़ रही है जिससे इसका महत्व और बढ़ गया है। आइए जानते हैं।

क्या है शुभ संयोग
मौनी अमावस्या मंगलवार एक फरवरी को है। जो संयोग इस बार अमावस पर पड़ रहा है वह काफी अच्छा बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, मौनी अमावस के दिन पितृ दोष से मुक्ति पाने का भी दिन है। पितरों को तर्पण करने से और श्राद्ध करने से उनको शांति मिलती है। इसके अलावा काल सर्प दोष से भी इस दिन मुक्ति पाने के लिए पूजा पाठ किया जाता है। यह संयोग 2018 में बना था उसके बाद अब बन रहा है। अब यह 22 साल बाद ऐसा संयोग बनकर आएगा। यह काफी फलदायक होगा।

मौनी अमावस्या पर कैसे करें पूजा
जानकारी के मुताबिक, इस बार मकर राशिा में सूर्य, चंद्रमा, बुध और शनि का मिलाप होने से यह बेहद शुभ माना जा रहा है। चार ग्रहों का योग बनने से यह चतुग्रही योग कहलाता है। यह तीन साल बाद पड़ने से और शुभ है। इस मौनी अमामवस्या पर पूजा करने के लिए आपको सुबह पहले उठकर स्नान करना होगा। आप चाहें तो नदी में जाकर स्नान कर सकते हैं। ऐसा पहले काफी लोग करते थे। वे माघ के माह में त्रिवेणी और गंगा स्नान के लिए जाते थे। या फिर आप घर पर ही स्नान कर सकते हैं। स्नान के बाद पितरों को तर्पण दें। साथ ही जल में लाल फूल, लाल चंदन मिलाएं और सूर्य को जल चढ़ाएं। पीपल और तुलसी की परिक्रमा करके जल दें और व्रत करें। अगर कर सकें तो ऊनी कपड़ों का दान करें या फिर तिल और जूते चप्पल का।

GB Singh

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